000 | 04338nam a22002537a 4500 | ||
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008 | 240111b ||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789387462830 | ||
082 |
_a323.4450 _bROY |
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100 | _aRoy, Aruna. | ||
245 | _aRTI कैसे आई!/ RTI Kaise Aayee! | ||
250 | _a4th ed. | ||
260 |
_aNew Delhi _bRajkamal Prakashan _c2023 |
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300 | _a342p. | ||
365 | _bRs.399/- | ||
504 | _aप्रस्तावना हिन्दी संस्करण की भूमिका आभार भूमिका अध्याय एक प्यार जी का अनुरोध और उमरवास की जन सुनवाई उमरवास से पहले अध्याय दो देवडूंगरी : संघर्ष की शुरुआत अध्याय तीन सोहनगढ़ और जमीन का संघर्ष अध्याय चार एमकेएसएस का जन्म और उसकी सोच-विचार अध्याय पाँच पहली भूख हड़ताल, 1990 अध्याय छह न्यूनतम मजदूरी पर भीम में सम्मेलन अध्याय सात दूसरी भूख हड़ताल, 1991-एक ऐतिहासिक घटना अध्याय आठ मुक्त और खुले बाजार के मिथक का परदाफाश अध्याय नौ पारदर्शिता की माँग का सूत्रीकरण अध्याय दस एमकेएसएस और जन सुनवाइयाँ अध्याय ग्यारह राजनीतिक वादे और जवाबदेही अध्याय बारह हमारा पैसा, हमारा हिसाब : ब्यावर और जयपुर का धरना, 1996 अध्याय तेरह एनसीपीआरआइ का गठन और कानून का बनना अध्याय चौदह अभियान का सफर और प्रक्रिया : जन सुनवाइयाँ अध्याय पन्द्रह राजस्थान में प्रखंड स्तर के धरने अध्याय सोलह जयपुर में धरना : मई-अगस्त, 1997 अध्याय सत्रह एनसीपीआरआइ और राज्य के कानून अध्याय अट्ठारह जन सुनवाइयों का दूसरा चरण अध्याय उन्नीस राजस्थान का कानून : एक अन्तरिम सफलता उमरवास के बाद... अध्याय इक्कीस जनावद की जन सुनवाई अध्याय बाईस सरकारी जाँच ने जनावद की जन सुनवाई पर लगाई मुहर अध्याय तेईस एनसीपीआरआइ का अधिवेशन, ब्यावर, 2001 अध्याय चौबीस जनावद के बाद राजस्थान सरकार की प्रतिक्रिया अध्याय पच्चीस जन नीति अभियान अध्याय छब्बीस फ्रीडम ऑफ इनफॉर्मेशन बिल, 2002 अध्याय सत्ताईस दिल्ली के संगी-साथी अध्याय अट्ठाईस दूसरा एनसीपीआरआइ, 2004 अध्याय उनतीस आरटीआइ कानून, 2005 और एनएसी अध्याय तीस आरटीआइ में संशोधन, 2006 उपसंहार लोग जुड़ते रहे, कारवाँ बढ़ता गया सन्दर्भ अनुक्रमणिका | ||
546 | _aHindi | ||
650 | _aSocial justice | ||
650 | _aSocial movements | ||
650 | _andia--Rajasthan | ||
650 | _aIndia | RTI story | ||
650 | _aIndia | ||
700 |
_aShrivastav, Abhishek. _eTranslatore |
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942 | _cBKH | ||
999 |
_c14718 _d14718 |