जकार्ता घोषणा : एशिया और प्रशान्त क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिये/ Jakarta ghoshna : asia aur prashant kshetr men mahilaon ke vikas ke liye

By: Center for women's development studiesMaterial type: TextTextPublication details: New Delhi Center for women's development studies 1994Description: ii, 52pSubject(s): Women--Social conditions | Women's rights | Women in developmentDDC classification: 305.420954 Summary: इस दस्तावेज के विश्वस्तरिय और क्षेत्रीय अवलोकन में कहा गया है कि 1985 से नैरोबी में पारित महिलाओं के विकास की अग्रगामी नितीयों को अपनाने से राजनैतिक, आर्थिक एवं सामाजिक कई प्रकार के उतार चढाव आए है| इन विश्वस्तरीय प्रक्रियाओं का एशिया एवं प्रशान्त क्षेत्र पार जो प्रभाव पडा है उसे ध्यान में रखते हुए यह कार्य योजना निर्धारित की गई है|
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प्रस्तावना
भूमिका मीटिंग की व्यवस्था
1. मीटिंग की शुरुआत
II. मुद्दों पर विचार
III. एशिया और प्रशान्त क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिये जकार्ता घोषणा
IV. रिपोर्ट पारित करी गई
एशिया और प्रशान्त क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिये जकार्ता घोषणा
एशिया और प्रशान्त क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिये प्लैन ऑफ एक्शन
1. मिशन की घोषणा
II. विश्व स्तरीय और क्षेत्रीय अवलोकन
III. महत्वपूर्ण मुद्दे
A. गरीबी में स्त्री वर्ग का बढ़ता हिस्सा
B. आर्थिक गतिविधियों में औरतों की पहुंच और सहभागिता में विषमता
C. पर्यावरण व प्राकृतिक संसाधन व्यवस्था औरतों की भूमिका और उनके मुद्दों की अधूरी मान्यता
D. सत्ता व निर्णय लेने की क्षमता तक औरतों की पहुंच न्याय विरुद्ध है
E. स्त्रियों के मानव अधिकारों का हनन
F. स्वास्थ्य के क्षेत्र में असमानताएं और पहुंच की कमी
G. शिक्षा और साक्षरता में असमानताएं और पहुंच की कमी
H. प्रचार माध्यमों में स्त्रियों का नाकारात्मक चित्रण
1. महिलाओं के विकास में बढ़ावा देने के तरीके अपर्याप्त हैं
J. शान्ति बनाने में औरतों की भूमिका को उचित मान्यता नहीं मिली हैं
IV. आधारभूत लक्ष्य और उनके लिये कार्रवाई
A. असुरक्षित समूह तथा गरीबी का नारियों से बढ़ता संबंध
B. आर्थिक गतिविधियों में औरतों की पहुंच और सहभागिता में समानता को बढ़ावा देना C. पर्यावरण व प्राकृतिक संसाधन व्यवस्था में औरतों की भूमिका व उनके मुद्दों को पहचानना
D. सत्ता व निर्णय लेने में औरतों की बराबरी की पहुंच को सहायता देना
E. स्त्रियों के मानव अधिकारों को सुरक्षित कर उन्हें बढ़ावा देना
F. स्वास्थ्य में स्त्रियों की बराबरी की पहुंच को बढ़ावा देना
G. स्त्रियों की शिक्षा और साक्षरता में पहुंच और समानता के लिये सहायता
H. संचार माध्यमों में स्त्रियों का सकारात्मक चित्रण
1. महिलाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त तरीके बनाना
J. शान्ति बनाने में स्त्रियों की भूमिका बनाना
V. कार्यान्वयन की व्यवस्था
A. सहभागिता
B. प्राथमिकताएं
C. समन्वय
D. वित्तीय व्यवस्था
E. मॉनिटर करना व मूल्यांकन

इस दस्तावेज के विश्वस्तरिय और क्षेत्रीय अवलोकन में कहा गया है कि 1985 से नैरोबी में पारित महिलाओं के विकास की अग्रगामी नितीयों को अपनाने से राजनैतिक, आर्थिक एवं सामाजिक कई प्रकार के उतार चढाव आए है| इन विश्वस्तरीय प्रक्रियाओं का एशिया एवं प्रशान्त क्षेत्र पार जो प्रभाव पडा है उसे ध्यान में रखते हुए यह कार्य योजना निर्धारित की गई है|

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